जिंदगी खेल नहीं फिर भी लोग फूंकते हैं ज़हरीले शौक, ज़िन्दगी जीने को बहकते हैं जाम हर शा जिंदगी खेल नहीं फिर भी लोग फूंकते हैं ज़हरीले शौक, ज़िन्दगी जीने को बहकते है...
भावों से ज्यादा आज कहीं , बन्धु सामाजिकता का है मोल, भावों से ज्यादा आज कहीं , बन्धु सामाजिकता का है मोल,
नहीं छीनेंगी रोटियां। नहीं छीनेंगी रोटियां।
बचपन का समय है वो सुनहरा समय, सदुपयोग जो इसका हो जीवन मे सदा रौशनी हो, बचपन का समय बचपन का समय है वो सुनहरा समय, सदुपयोग जो इसका हो जीवन मे सदा रौशनी हो,...
“घर” भरे हैं “रणभूमि” खाली मेल-मिलाप सब बन्द हो गए। “घर” भरे हैं “रणभूमि” खाली मेल-मिलाप सब बन्द हो गए।
मति छनछन में दुखत जीवन दुखत जीवन कहत समय का फेर है। मति छनछन में दुखत जीवन दुखत जीवन कहत समय का फेर है।